आक्षेप कहें या इसको व्यंग,किन्तु है यह बड़ा निर्द्वंद
भ्रष्टाचार का एक अभियोग,चर्चित हुआ बन के भीषण
कमिटी एक बनी अविलम्ब,करनी थी जांच न्याय के संग
जनता के मन में था अंतर्द्वंद,झकझोर रहा था यह प्रसंग
सत्य असत्य का उद्वेलन,बन गया भारोत्तोलन
परिणाम जानने को था आतुर,भारत के जन जन का मन
पहले दिन बीते फिर बीते सप्ताह ,कई मास बीते निस्पंद
धूमिल स्मृति को चीर एक दिन ,प्रकाशित हुआ रिपोर्ट का छंद
अभियोग है निर्मूल निराधार,अपराध से है निसंबंध
कमिटी का था आधार स्तम्भ ,भ्रष्टाचार का उन्मूलन,
भ्रष्टाचार ने इस प्रकार से भ्रष्टाचार का किया उन्मूलन !
भ्रष्टाचार का एक अभियोग,चर्चित हुआ बन के भीषण
कमिटी एक बनी अविलम्ब,करनी थी जांच न्याय के संग
जनता के मन में था अंतर्द्वंद,झकझोर रहा था यह प्रसंग
सत्य असत्य का उद्वेलन,बन गया भारोत्तोलन
परिणाम जानने को था आतुर,भारत के जन जन का मन
पहले दिन बीते फिर बीते सप्ताह ,कई मास बीते निस्पंद
धूमिल स्मृति को चीर एक दिन ,प्रकाशित हुआ रिपोर्ट का छंद
अभियोग है निर्मूल निराधार,अपराध से है निसंबंध
कमिटी का था आधार स्तम्भ ,भ्रष्टाचार का उन्मूलन,
भ्रष्टाचार ने इस प्रकार से भ्रष्टाचार का किया उन्मूलन !
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