मेरा प्रिय विद्यालय -----
मुझे प्रिय मेरा विद्यालय
यह मेरे सुख का भी आलय
गुरुजन सारे प्रिय हैं मुझको
सर्वोपरि प्राचार्य महोदय!
सब विषयों की शिक्षा मैं पाता
करता प्रतिदन ज्ञान का संचय
शिक्षकों के प्रयास भी निश्चय
हमें बनाते विजय अजेय !
विद्या के इस दान की उपमा
दी जा सके ना किसी समय
ऋणी रहें हम सदा गुरु के
कृतज्ञ बने रहेंगे सदैव !
मुझे प्रिय मेरा विद्यालय
यह मेरे सुख का भी आलय
गुरुजन सारे प्रिय हैं मुझको
सर्वोपरि प्राचार्य महोदय!
सब विषयों की शिक्षा मैं पाता
करता प्रतिदन ज्ञान का संचय
शिक्षकों के प्रयास भी निश्चय
हमें बनाते विजय अजेय !
विद्या के इस दान की उपमा
दी जा सके ना किसी समय
ऋणी रहें हम सदा गुरु के
कृतज्ञ बने रहेंगे सदैव !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें