पानी
पानी ---
ऊपर
से देखो बरस रहा है ,
नीचे
भी है पानी पानी
अब
ऊपर पानी नीचे पानी
घर,गलियों में ,मैदानों में
भरा
हुआ है पानी
मोहन
गार्डन है या फ्लोटिंग
गार्डन
हर
ओर दिखे है पानी
शर्म
नहीं है नेताओं को
क्या
होते नहीं
वे पानी पानी
पानीदार
होते अगर तो
हम
भी देखते उनका पानी
काम
पूरे होते दिखते
नाले
सीवर में बहता पानी
आनंद
ले रहे होते हमसब
जब
आसमान से बरसता पानी
टिप
टिप छप छप,
मूसलाधार
सा ,
बरखा
रानी का - इत्ता इत्ता पानी
कित्ता
कित्ता पानी !
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