Haay Garmee !
कभी ख़त्म ना होने वाली
अनवरत अनथक चलने वाली
अविरल स्वेद बहाने वाली
क्रूर कठोर सी दिखने वाली
घर बाहर का चैन छीनती
जल्दी आकर ,वापस ना जाती
गर्मी की पीड़ा वो जाने
जो सहता है इसकी बेशर्मी
धनपति तो बैठे ए. सी. में
बैठे ठाले अकर्मण्य अकर्मी
निरीह पशु पक्षी पौधे
इनपर तनिक न दिखाती नर्मी !
अनवरत अनथक चलने वाली
अविरल स्वेद बहाने वाली
क्रूर कठोर सी दिखने वाली
घर बाहर का चैन छीनती
जल्दी आकर ,वापस ना जाती
गर्मी की पीड़ा वो जाने
जो सहता है इसकी बेशर्मी
धनपति तो बैठे ए. सी. में
बैठे ठाले अकर्मण्य अकर्मी
निरीह पशु पक्षी पौधे
इनपर तनिक न दिखाती नर्मी !
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