बंडलबाज ---
पानी फ्री ,बिजली फ्री ,
साथ में गन्दगी और मच्छर भी फ्री
अब नया शगूफा एम सी डी चुनाव से पहले
हाऊस टैक्स भी फ्री
कौन सा अपनी जेब से देना है
अपने बाप का क्या जाता है
बस टोपी घुमानी है
इस जेब से पैसा निकालना है
उस जेब में डाल देना है
क्या हम दिल्ली वाले बेवकूफ हैं
हमेशा "एक पर एक फ्री " की स्कीम देखते हैं
क्या हमें दिखाई नहीं देता
या हमारी अक्ल पे पत्थर पड़े हैं
पहले 'लोकपाल " "स्वराज"जाने क्या क्या,
बोल के बेवकूफ बनाया,
अब उन वादों का नाम भी नहीं लेता
इसकी बड़ी बड़ी बातों से
हम सभी दिल्ली वाले बेवकूफ बन गए एक बार ,
लेकिन बस अब और नहीं
आखिर आईने में अपनी शक्ल देखनी है
और खुद को जवाब भी देना है
एम,सी डी,में इस बार सभी नए चेहरे होंगे
बी जे पी के कर्मठ लोग
जो भ्रष्टाचारी नहीं होंगे
जब दूसरे प्रान्तों के साफ़ सुथरे शहरो की
चमक दमक दिखती है
तो शर्मिंदा होती हूँ ,अपने शहर पे ,
वो शहर जो देश की राजधानी है
कूड़े कचरे का ढेर ,बीमारियों का घर
डेंगू मलेरिया के प्रकोप से जूझते लोग
नलों से नालें सा बदबूदार आता पानी
क्या मिला हमें "आप"को जिता के
जो जे एन यू के गद्दारों की सरपरस्ती करते हैं
लोकसभा चुनाव से पहले
मुझे याद है "मोदी जी " को कई चैनल्स
"फेकू एक्सप्रेस"दिखा कर मजाक बनाया करते थे
वो तो कर्मठ कर्मयोगी निकले
जो देश को प्रति दिन प्रति पल आगे ले जा रहे हैं
देश का नाम विश्व के पटल पर
गौरवान्वित कर रहे हैं
असली का "फेकू एक्सप्रेस" कौन है
बताने की ज़रुरत नहीं है
बस 26 अप्रेल को वोट देने से पहले
एक बार ज़रूर मुझे याद करना !!
पानी फ्री ,बिजली फ्री ,
साथ में गन्दगी और मच्छर भी फ्री
अब नया शगूफा एम सी डी चुनाव से पहले
हाऊस टैक्स भी फ्री
कौन सा अपनी जेब से देना है
अपने बाप का क्या जाता है
बस टोपी घुमानी है
इस जेब से पैसा निकालना है
उस जेब में डाल देना है
क्या हम दिल्ली वाले बेवकूफ हैं
हमेशा "एक पर एक फ्री " की स्कीम देखते हैं
क्या हमें दिखाई नहीं देता
या हमारी अक्ल पे पत्थर पड़े हैं
पहले 'लोकपाल " "स्वराज"जाने क्या क्या,
बोल के बेवकूफ बनाया,
अब उन वादों का नाम भी नहीं लेता
इसकी बड़ी बड़ी बातों से
हम सभी दिल्ली वाले बेवकूफ बन गए एक बार ,
लेकिन बस अब और नहीं
आखिर आईने में अपनी शक्ल देखनी है
और खुद को जवाब भी देना है
एम,सी डी,में इस बार सभी नए चेहरे होंगे
बी जे पी के कर्मठ लोग
जो भ्रष्टाचारी नहीं होंगे
जब दूसरे प्रान्तों के साफ़ सुथरे शहरो की
चमक दमक दिखती है
तो शर्मिंदा होती हूँ ,अपने शहर पे ,
वो शहर जो देश की राजधानी है
कूड़े कचरे का ढेर ,बीमारियों का घर
डेंगू मलेरिया के प्रकोप से जूझते लोग
नलों से नालें सा बदबूदार आता पानी
क्या मिला हमें "आप"को जिता के
जो जे एन यू के गद्दारों की सरपरस्ती करते हैं
लोकसभा चुनाव से पहले
मुझे याद है "मोदी जी " को कई चैनल्स
"फेकू एक्सप्रेस"दिखा कर मजाक बनाया करते थे
वो तो कर्मठ कर्मयोगी निकले
जो देश को प्रति दिन प्रति पल आगे ले जा रहे हैं
देश का नाम विश्व के पटल पर
गौरवान्वित कर रहे हैं
असली का "फेकू एक्सप्रेस" कौन है
बताने की ज़रुरत नहीं है
बस 26 अप्रेल को वोट देने से पहले
एक बार ज़रूर मुझे याद करना !!
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