महिषासुर कौन था?
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पृथ्वी के निर्माण के बाद, सृष्टि को आगे बढ़ाने के लिए ब्रह्मा ने अपने दाहिने अंगूठे से प्रजापति दक्ष का निर्माण किया।इसे जहां की जमीन दी गई वही आज अखंड कश्मीर है।
दक्ष का विवाह मनु की पुत्री -प्रसूति और वीरणी से कराया गया।
प्रसूति को 27 बेटियां(जो नक्षत्र कन्याओं -कृत्तिका, रोहणी, मृगशिरा,आद्रा आदि के नाम से विख्यात हुई)और वीरणी को 60 बेटियां हुईं।
27 नक्षत्र कन्याओं का विवाह चंद्रमा के संग और सती को छोड़ बाकी कन्याओं का विवाह ब्रह्मा के मानस पुत्र मुनि कश्यप के संग हुई।
सती ने दक्ष के इच्छा के विरुद्ध महादेव का वरण किया था।
कश्यप मुनि और उनकी पत्नियों की ही संतान सृष्टि के सभी जीव हुए।देव,दानव ,नाग, किन्नर आदि।
दक्ष की एक पत्नी का नाम था दनु। इसी दनु सभी दानवों का जन्म हुआ।
दनु को दो पुत्र थे -रंभासुर और करंभ असुर!
रंभा सुर ने महिषी से प्रेम विवाह किया था। रंभा सुर और महिषी की ही संतान था महिषासुर!
महिषासुर ने ब्रह्मा का कठोर तप से रुप परिवर्तन और किसी से नहीं मरने का वर प्राप्त किया था।पर ब्रह्मा ने एक शर्त रखी थी अगर वो किसी स्त्री से युद्ध करेगा तो मारा जायेगा।
रंभा की हत्या उसके प्रतिद्वंद्वी ने सींगों से मार मारकर कर दी थी। रंभा का पुनर्जन्म रक्तबीज के रूप में हुआ।
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