छोटी सी है ज़िन्दगी -------
छोटी सी है ज़िन्दगी ,
मेरी तुम्हारी इसकी उसकी सबकी
ख्वाहिशों का अम्बार है
अलग अलग बड़ा छोटा
परेशानियों के भण्डार
सबके हिस्से में अपने अपने
बड़े और उससे बड़े
मशक्कते होती हैं,करने सभी को ,
कमाने को रोज़ी ,
पालने को कुनबे
पढ़ाने लिखाने और इंसान बनाने को औलादें ,
मैं जानती हूँ अपना सच ,तुम अपना,वो अपना ,
सभी अपना अपना
मुझे हक़ है मेरी ज़िन्दगी को ,
जीने का अपने तौर ,
तुम्हे अपने तौर ,उसे अपने तौर ,
सभी को अपने अपने तौर ,
मैं फैसले तुम्हारे नहीं ले सकती ,
ना तुम मेरे
हम सभी एक दूसरे की वकालत बेशक कर लें
जज बनने के हक़दार नही ,
जियो और जीने दो ,
सभी को मर्ज़ी से अपनी अपनी
क्योंकि छोटी सी है ज़िन्दगी !!
छोटी सी है ज़िन्दगी ,
मेरी तुम्हारी इसकी उसकी सबकी
ख्वाहिशों का अम्बार है
अलग अलग बड़ा छोटा
परेशानियों के भण्डार
सबके हिस्से में अपने अपने
बड़े और उससे बड़े
मशक्कते होती हैं,करने सभी को ,
कमाने को रोज़ी ,
पालने को कुनबे
पढ़ाने लिखाने और इंसान बनाने को औलादें ,
मैं जानती हूँ अपना सच ,तुम अपना,वो अपना ,
सभी अपना अपना
मुझे हक़ है मेरी ज़िन्दगी को ,
जीने का अपने तौर ,
तुम्हे अपने तौर ,उसे अपने तौर ,
सभी को अपने अपने तौर ,
मैं फैसले तुम्हारे नहीं ले सकती ,
ना तुम मेरे
हम सभी एक दूसरे की वकालत बेशक कर लें
जज बनने के हक़दार नही ,
जियो और जीने दो ,
सभी को मर्ज़ी से अपनी अपनी
क्योंकि छोटी सी है ज़िन्दगी !!
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