गई भैंस पानी में —–
सबसे पहले करते हैं हम
अपने घर की साफ़ सफाई
उसे सजाते ,सुन्दर बनाते
फिर अपने घर के लोगों को हम
देते रोटी दूध मलाई
ध्यान रखें कि सता ना पाये
गरीबों को बढ़ती महंगाई
उनको छत सुरक्षा की मिल जाए
बच्चो को मिले अनुरूप पढाई
और बुजुर्गों की देखभाल हो
मिले इलाज और मिले दवाई
किन्तु अठारह महीनो में तुमने
विदेशों में फहराये परचम ,
देश को भाषण की पुड़िया खिलाई
एक समस्या सुलझाई ना
सौ सौ वादे कर कर के ही
तुमने थी ये कुर्सी पाई
भूल गए तुम सारे वादेकामो की जो लिस्ट बनाई
अपने घर की साफ़ सफाई
उसे सजाते ,सुन्दर बनाते
फिर अपने घर के लोगों को हम
देते रोटी दूध मलाई
ध्यान रखें कि सता ना पाये
गरीबों को बढ़ती महंगाई
उनको छत सुरक्षा की मिल जाए
बच्चो को मिले अनुरूप पढाई
और बुजुर्गों की देखभाल हो
मिले इलाज और मिले दवाई
किन्तु अठारह महीनो में तुमने
विदेशों में फहराये परचम ,
देश को भाषण की पुड़िया खिलाई
एक समस्या सुलझाई ना
सौ सौ वादे कर कर के ही
तुमने थी ये कुर्सी पाई
भूल गए तुम सारे वादेकामो की जो लिस्ट बनाई
क्या समझे के शहंशाह हो
चलती रहेगी गाड़ी वैसे ही
जैसे अब तक चलती आई
तुमने ही तो कहा एक दिन
पैंसठ प्रतिशत युवा है भारत
ये सारे युवा समझते हैं सब
ये जनता समझी समझाई
लोकतंत्र के चयनित हो तुम
समय बद्ध है सत्ता भाई
केजरीवाल से क्यों ना सीखे
जिनका काम है पड़े दिखाई
वर्ना तो शोशेबाजी में ही
सत्ता हाथ से निकली निकलाई
जैसी निकली दो राज्यों से
देश से भी फिसली फिसलाई
गाय गाय चिल्लाते रह गए
पानी में भैंस है डुबी डुबाई !!!
चलती रहेगी गाड़ी वैसे ही
जैसे अब तक चलती आई
तुमने ही तो कहा एक दिन
पैंसठ प्रतिशत युवा है भारत
ये सारे युवा समझते हैं सब
ये जनता समझी समझाई
लोकतंत्र के चयनित हो तुम
समय बद्ध है सत्ता भाई
केजरीवाल से क्यों ना सीखे
जिनका काम है पड़े दिखाई
वर्ना तो शोशेबाजी में ही
सत्ता हाथ से निकली निकलाई
जैसी निकली दो राज्यों से
देश से भी फिसली फिसलाई
गाय गाय चिल्लाते रह गए
पानी में भैंस है डुबी डुबाई !!!
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