ये क्या हुआ ?
खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे
दिल को रह रह उनके
बस यही बात है कोंचे
अभी तक तो गूँज रही थी
जय जय कार कानो में उनके
भारी बहुमत से जिता दिया था
जनता ने देश के कोने कोने
“ये क्या हुआ ? कैसे हुआ ? कब हुआ ? क्यों हुआ ?
आखिर जब साठ बरस एक पार्टी चल गई
उलटी सीधी जैसे तैसे
अब क्या हुआ अचानक कैसे
जनता भी अब समझे सोचे
जाने सारे धंधे खोटे,उलटे सीधे सारे लोचे
अच्छे बुरे , झूठे सच्चे
जनता को झूठे ख्वाब दिखाकर , ये खिसके ,वो खिसके !
वोट लिए और उनको ही लूटें
खाली भाषण ,भाषण पे भाषण
अब ना चलेगी ये लफ़्फ़ाज़ी ,ये लटके झटके
जिसकी नीयत होगी साफ़ ,जो सच्चे दिल से काम करे
भ्रष्टाचार की बजाये पुंगी, जनता के लिए ही काम करे
वो ही पायेगा अब सत्ता , जनता के दिल पर राज करे !!!
दिल को रह रह उनके
बस यही बात है कोंचे
अभी तक तो गूँज रही थी
जय जय कार कानो में उनके
भारी बहुमत से जिता दिया था
जनता ने देश के कोने कोने
“ये क्या हुआ ? कैसे हुआ ? कब हुआ ? क्यों हुआ ?
आखिर जब साठ बरस एक पार्टी चल गई
उलटी सीधी जैसे तैसे
अब क्या हुआ अचानक कैसे
जनता भी अब समझे सोचे
जाने सारे धंधे खोटे,उलटे सीधे सारे लोचे
अच्छे बुरे , झूठे सच्चे
जनता को झूठे ख्वाब दिखाकर , ये खिसके ,वो खिसके !
वोट लिए और उनको ही लूटें
खाली भाषण ,भाषण पे भाषण
अब ना चलेगी ये लफ़्फ़ाज़ी ,ये लटके झटके
जिसकी नीयत होगी साफ़ ,जो सच्चे दिल से काम करे
भ्रष्टाचार की बजाये पुंगी, जनता के लिए ही काम करे
वो ही पायेगा अब सत्ता , जनता के दिल पर राज करे !!!
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