हिदायत——–
राजनीति का देख अखाड़ा हुए हमारे होश फाख्ता
जिनकी राजनीति पर” कीलें “ठोक ठोक कर
तुमने बना लिया था अपने सीएम बनने तक का रास्ता
तुमने बनाया था “भ्रष्टाचार” को एक ज्वलंत मुद्दा
जिससे बरसों से जूझ रही थी हिंदुस्तान की जनता
और उन्हें दिखाई पड़ा था तुममे एक मसीहा
जो उबार लेगा उन्हें इस भ्रष्टाचार के दलदल से
तुम्हे दिया था जनता ने वोटों का एक बड़ा सा तोहफा
आज आँखे फाडे देख रही है ,तुम्हारी “भ्रष्टाचार “से गलबहियां
वो फिर फिर सुन रही है ,तुम्हारे उस दौर के “बयान”
जब और जिससे तुम्हे सख्त था “ऐतराज ”
आज क्यों शामिल हो गए वो तुम्हारे दोस्तों की फेहरिस्त में
कल सुना था तुम्हारे एक मंत्री का “भाषण”
जिसमे उन्होंने पढ़ी थी “परिवारवादियों “की लम्बी सी फेहरिस्त
आज क्या हुआ ? “परिवारवादी ” बने हुए हैं बड़े अज़ीज़-ओ-हमराज़
ये मत भूलना कभी,के आँखे मूँद ,दिमाग बंद कर
तुम्हे पहनाते रहेंगे विजय का हार,
वो वक़्त हवा हुआ ,जब यही हुआ करता था
अब तो निशाना साधे रहती है जनता
कब तुमसे भूल हो ज़रा सी चूक हो
और वो तय कर ले अपना “फैसला”!!!!!!
राजनीति का देख अखाड़ा हुए हमारे होश फाख्ता
जिनकी राजनीति पर” कीलें “ठोक ठोक कर
तुमने बना लिया था अपने सीएम बनने तक का रास्ता
तुमने बनाया था “भ्रष्टाचार” को एक ज्वलंत मुद्दा
जिससे बरसों से जूझ रही थी हिंदुस्तान की जनता
और उन्हें दिखाई पड़ा था तुममे एक मसीहा
जो उबार लेगा उन्हें इस भ्रष्टाचार के दलदल से
तुम्हे दिया था जनता ने वोटों का एक बड़ा सा तोहफा
आज आँखे फाडे देख रही है ,तुम्हारी “भ्रष्टाचार “से गलबहियां
वो फिर फिर सुन रही है ,तुम्हारे उस दौर के “बयान”
जब और जिससे तुम्हे सख्त था “ऐतराज ”
आज क्यों शामिल हो गए वो तुम्हारे दोस्तों की फेहरिस्त में
कल सुना था तुम्हारे एक मंत्री का “भाषण”
जिसमे उन्होंने पढ़ी थी “परिवारवादियों “की लम्बी सी फेहरिस्त
आज क्या हुआ ? “परिवारवादी ” बने हुए हैं बड़े अज़ीज़-ओ-हमराज़
ये मत भूलना कभी,के आँखे मूँद ,दिमाग बंद कर
तुम्हे पहनाते रहेंगे विजय का हार,
वो वक़्त हवा हुआ ,जब यही हुआ करता था
अब तो निशाना साधे रहती है जनता
कब तुमसे भूल हो ज़रा सी चूक हो
और वो तय कर ले अपना “फैसला”!!!!!!
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