वड्डे लोग ,वड्डी वड्डी वातां ,
आम जनता का इससे क्या नाता
काला धन वापस लाण दी वातां
अच्छे दिन आ ण दी वातां
क्या बस पछताने के लिए ही है जनता
और ऐश से जिंदगी जीने के लिए हैं नेता ?
पानी महंगा ,बिजली महँगी
सब्जी महँगी, महंगाई का ग्राफ ऊपर ही चढ़ता जाता
मरती जाती है जनता ,
नेता को क्या ? ,उसका क्या है जाता,?
पक गए हैं कान ,सुन सुन के भाषण का नगाड़ा
देख देख कर फोटो खिचाँउ स्वच्छ्ता अभियान का
बढ़ता ही जा रहा देखो खाता,
बस ! अब बर्दाश्त करण दी लोड नई
“आप”नूं वोट देणं दा,फिर आया इक मौका
“आप” नूं वोट दे दो ,ख़तम होवे सारा “स्यापा”
आम जनता का इससे क्या नाता
काला धन वापस लाण दी वातां
अच्छे दिन आ ण दी वातां
क्या बस पछताने के लिए ही है जनता
और ऐश से जिंदगी जीने के लिए हैं नेता ?
पानी महंगा ,बिजली महँगी
सब्जी महँगी, महंगाई का ग्राफ ऊपर ही चढ़ता जाता
मरती जाती है जनता ,
नेता को क्या ? ,उसका क्या है जाता,?
पक गए हैं कान ,सुन सुन के भाषण का नगाड़ा
देख देख कर फोटो खिचाँउ स्वच्छ्ता अभियान का
बढ़ता ही जा रहा देखो खाता,
बस ! अब बर्दाश्त करण दी लोड नई
“आप”नूं वोट देणं दा,फिर आया इक मौका
“आप” नूं वोट दे दो ,ख़तम होवे सारा “स्यापा”
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