ले डूबेगा पानी !!
विधान सभा चुनावों में "आप" ने दी सस्ती बिजली ,
और वोट के लिए ,
दिल्ली को दिया मुफ्त में पानी,
आज परनाले बन कर
बह रहा मोहनगार्डन के निवासियों की आँखों से पानी ,
हर एक घर के नीचे संचित है ,
काफी से ज्यादा पानी ,
एक फ़ीट का गड्ढा खोदो ,और निकल आये पानी ,
चटखते फर्श,और उनमे से निकल रहे बड़े बड़े चूहे ,
साथ में फव्वारे सा निकल रहा पानी ,
दरारें दीवारों की,नीचे से ऊपर को चढ़ रहा सीलन का पानी,
बरसों पुराने पेड़ों की हरियाली को ,खा गया पानी,
इन घरों को बनाने में गरीबों को ,बहाना पड़ेगा पैसा, जैसे पानी,
उनकी खून पसीने की जमा पूंजी आमदनी
बह जाएगी बन कर पानी ,
घरो ज़मीनो की कीमत को,घटा रहा है ये पानी ,
सभी कोस रहे हैं "आप" को ,पी पी कर के पानी ,
उठते बैठते श्राप दे रहे सारे,जाने कब निकसेगा पानी ,
"निकास नहीं तो वोट नहीं"इसे पत्थर पर लकीर जान लो ,
उतार देंगे "आप" का सारा पानी
इक्का दुक्का अच्छे कामो पर ,
"आप" ने खुद ही फेर लिया पानी ,
चुल्लू भर ही काफी था "आप" को डुबाने को पानी ,
मोहनगार्डन में भरा हुआ है ,"आप"की ,
"जलसमाधी "के लिए भरपूर पानी !
विधान सभा चुनावों में "आप" ने दी सस्ती बिजली ,
और वोट के लिए ,
दिल्ली को दिया मुफ्त में पानी,
आज परनाले बन कर
बह रहा मोहनगार्डन के निवासियों की आँखों से पानी ,
हर एक घर के नीचे संचित है ,
काफी से ज्यादा पानी ,
एक फ़ीट का गड्ढा खोदो ,और निकल आये पानी ,
चटखते फर्श,और उनमे से निकल रहे बड़े बड़े चूहे ,
साथ में फव्वारे सा निकल रहा पानी ,
दरारें दीवारों की,नीचे से ऊपर को चढ़ रहा सीलन का पानी,
बरसों पुराने पेड़ों की हरियाली को ,खा गया पानी,
इन घरों को बनाने में गरीबों को ,बहाना पड़ेगा पैसा, जैसे पानी,
उनकी खून पसीने की जमा पूंजी आमदनी
बह जाएगी बन कर पानी ,
घरो ज़मीनो की कीमत को,घटा रहा है ये पानी ,
सभी कोस रहे हैं "आप" को ,पी पी कर के पानी ,
उठते बैठते श्राप दे रहे सारे,जाने कब निकसेगा पानी ,
"निकास नहीं तो वोट नहीं"इसे पत्थर पर लकीर जान लो ,
उतार देंगे "आप" का सारा पानी
इक्का दुक्का अच्छे कामो पर ,
"आप" ने खुद ही फेर लिया पानी ,
चुल्लू भर ही काफी था "आप" को डुबाने को पानी ,
मोहनगार्डन में भरा हुआ है ,"आप"की ,
"जलसमाधी "के लिए भरपूर पानी !
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