गुब्बारे की हवा --
आप की कसम
आप आये बहार आयी
आप तो ऐसे न थे
आज रह रह के याद आ रहा है
फिल्म "नमक हलाल " का
अमिताभ जी पर फिल्माया हुआ वो गीत
"आप अंदर से कुछ और
बाहर से कुछ और नज़र आते हैं
"बाखुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं
आपका तो लगता है बस यही सपना
"राम राम जपना ,पराया माल अपना " !!
आप की कसम
आप आये बहार आयी
आप तो ऐसे न थे
आज रह रह के याद आ रहा है
फिल्म "नमक हलाल " का
अमिताभ जी पर फिल्माया हुआ वो गीत
"आप अंदर से कुछ और
बाहर से कुछ और नज़र आते हैं
"बाखुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं
आपका तो लगता है बस यही सपना
"राम राम जपना ,पराया माल अपना " !!
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