कुरूपता ---मेरे दोस्त ! किसी चीज को कुरूप न कहो सिवाय उस भय के जैसी मारी कोई आत्मा स्वयं अपनी स्मृतियों से डरने लगे --खलील जिब्रान
कुरूपता मनुष्यों की सौंदर्य विद्या है ---चाणक्य
क्रोध --क्रोध से मूढ़ता उत्पन्न होती है ,मूढ़ता से स्मृति भ्रांत हो जाती है बुद्धि का नाश हो जाता है तथा मनुष्य स्वयं नष्ट हो जाता है ---भगवन कृष्ण
क्रोध यमराज है --चाणक्य
क्रोध एक प्रकार का क्षणिक पागलपन है --गाँधी
जो मनुष्य क्रोधी पर क्रोध नहीं करता क्षमा करता है वह अपनी और क्रोध करने वाले की महा संकट से रक्षा करता है वह दोनों का रोग दूर करने वाला चिकित्सक है --वेदव्यास
सुबह से शाम तक काम करके आदमी उतना नहीं थकता जितना क्रोध या चिंता से एक घंटे में थक जाता है --जेम्स एलन
क्रोध में की गई बातें अंत में उलटी निकलती हैं --मीनेंडर
क्रोध में हों तो बोलने से पहले दस तक गिनो ,यदि बहुत क्रोध में हो तो सौ तक --जेफरसन
क्षमा --क्षमा ब्रम्ह है क्षमा सत्य है क्षमा भूत है क्षमा भविष्य है क्षमा तप है क्षमा पवित्रता है क्षमा ने ही सम्पूर्ण जगत को धारण कर रख है--वेदव्यास
वृक्ष अपने काटने वाले को भी क्षमा कर देता है --चैतन्य
क्षमा कर देना दुश्मन पर विजय पा लेना है --
दूसरे का अपराध सहन कर अपराधी पर उपकार करना यह क्षमा का गुण पृथ्वी से सीखना और पृथ्वी पर सदा परोपकार रत रहने वाले पर्वत और वृक्षों से परोपकार की दीक्षा लेना--भगवान् कृष्ण मांगने से पूर्व ही क्षमा करना मनुष्य का अपमान करना है ---शरतचंद्र
ख्याति --ख्याति की अभिलाषा वह पोषाक है जिसे ज्ञानी मनुष्य भी सबसे अंत में उतारते हैं --कहावत
ख्याति वह प्यास है जो कभी नहीं बुझती अगस्त्य ऋषि की तरह सागर पीकर भी शांत नहीं होती --प्रेमचंद
किसी पूर्वतन ख्याति का उत्तराधिकार प्राप्त करना एक संकट मोल लेना है ----टैगोर
कुरूपता मनुष्यों की सौंदर्य विद्या है ---चाणक्य
क्रोध --क्रोध से मूढ़ता उत्पन्न होती है ,मूढ़ता से स्मृति भ्रांत हो जाती है बुद्धि का नाश हो जाता है तथा मनुष्य स्वयं नष्ट हो जाता है ---भगवन कृष्ण
क्रोध यमराज है --चाणक्य
क्रोध एक प्रकार का क्षणिक पागलपन है --गाँधी
जो मनुष्य क्रोधी पर क्रोध नहीं करता क्षमा करता है वह अपनी और क्रोध करने वाले की महा संकट से रक्षा करता है वह दोनों का रोग दूर करने वाला चिकित्सक है --वेदव्यास
सुबह से शाम तक काम करके आदमी उतना नहीं थकता जितना क्रोध या चिंता से एक घंटे में थक जाता है --जेम्स एलन
क्रोध में की गई बातें अंत में उलटी निकलती हैं --मीनेंडर
क्रोध में हों तो बोलने से पहले दस तक गिनो ,यदि बहुत क्रोध में हो तो सौ तक --जेफरसन
क्षमा --क्षमा ब्रम्ह है क्षमा सत्य है क्षमा भूत है क्षमा भविष्य है क्षमा तप है क्षमा पवित्रता है क्षमा ने ही सम्पूर्ण जगत को धारण कर रख है--वेदव्यास
वृक्ष अपने काटने वाले को भी क्षमा कर देता है --चैतन्य
क्षमा कर देना दुश्मन पर विजय पा लेना है --
दूसरे का अपराध सहन कर अपराधी पर उपकार करना यह क्षमा का गुण पृथ्वी से सीखना और पृथ्वी पर सदा परोपकार रत रहने वाले पर्वत और वृक्षों से परोपकार की दीक्षा लेना--भगवान् कृष्ण मांगने से पूर्व ही क्षमा करना मनुष्य का अपमान करना है ---शरतचंद्र
ख्याति --ख्याति की अभिलाषा वह पोषाक है जिसे ज्ञानी मनुष्य भी सबसे अंत में उतारते हैं --कहावत
ख्याति वह प्यास है जो कभी नहीं बुझती अगस्त्य ऋषि की तरह सागर पीकर भी शांत नहीं होती --प्रेमचंद
किसी पूर्वतन ख्याति का उत्तराधिकार प्राप्त करना एक संकट मोल लेना है ----टैगोर
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