चतुराई --चतुराई दरबारियों के लिए गुण है ,साधुओं के लिए दोष
--शेख सादी
सबसे बड़ी चतुराई यह है कि कोई चतुराई न की जाय ---फ़्रांसिसी कहावत
चरित्र --चरित्र के बिना ज्ञान बुराई की ताकत बन जाता है जैसा कि दुनिया के कितने ही चालाक चोरों और भले मानुष बदमाशों के उदहारण से स्पष्ट है --गाँधी
दुर्बल चरित्र का व्यक्ति उस सरकंडे जैसा है जो हवा के हर मौके पर झुक जाता है --माघ
चरित्र मनुष्य के अंदर रहता है यश उसके बाहर --अज्ञात
चरित्र वृक्ष है प्रतिष्ठा छाया --अब्राहम लिंकन
श्वास की क्रिया के समान हमारे चरित्र में एक ऐसी सहज क्षमता होनी चाहिए जिसके बल पर जो कुछ प्राप्य है वह अनायास ग्रहण कर लें तथा जो कुछ त्याज्य है वह बिना क्षोभ के त्याग सकें --टैगोर
समाज के प्रचलित विधि विधानों के उल्लंघन का दुःख केवल चरित्रबल पर ही सहन किया जा सकता है --शरतचंद्र
कठिनाइयों को जीतने वासनाओं का दमन करने और दुखों को सहन करने से चरित्र उच्च सुदृढ़ और निर्मल होता है --अज्ञात
चापलूसी --जब निष्कपट व्यवहार को दरवाजे से बाहर धकेल दिया जाता है तो चापलूसी बैठक में आ बैठती है --अंग्रेजी कहावत
चापलूस आपको हानि पहुंचा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहता हूँ --हरिऔध
चापलूसी तीन घोर घृणित दुर्गुणों से बानी है --असत्य,दासत्व ,और विश्वासघात --अज्ञात
चापलूस उन बिल्लियों की तरह है जो सामने से चाटती हैं और पीछे से खसोटती हैं --जर्मन कहावत
चापलूस इसलिए आपकी चापलूसी करता है क्योंकि वह आपको अयोग्य समझता है लेकिन आप उसके मुंह से अपनी प्रशंसा सुन कर फुले नहीं समाते --टॉलस्टॉय
रहीमन जो रहिबो चहै ,कहे वही के दांव ,
जो वासर को निसि कहै तो कचपची दिखाव
--शेख सादी
सबसे बड़ी चतुराई यह है कि कोई चतुराई न की जाय ---फ़्रांसिसी कहावत
चरित्र --चरित्र के बिना ज्ञान बुराई की ताकत बन जाता है जैसा कि दुनिया के कितने ही चालाक चोरों और भले मानुष बदमाशों के उदहारण से स्पष्ट है --गाँधी
दुर्बल चरित्र का व्यक्ति उस सरकंडे जैसा है जो हवा के हर मौके पर झुक जाता है --माघ
चरित्र मनुष्य के अंदर रहता है यश उसके बाहर --अज्ञात
चरित्र वृक्ष है प्रतिष्ठा छाया --अब्राहम लिंकन
श्वास की क्रिया के समान हमारे चरित्र में एक ऐसी सहज क्षमता होनी चाहिए जिसके बल पर जो कुछ प्राप्य है वह अनायास ग्रहण कर लें तथा जो कुछ त्याज्य है वह बिना क्षोभ के त्याग सकें --टैगोर
समाज के प्रचलित विधि विधानों के उल्लंघन का दुःख केवल चरित्रबल पर ही सहन किया जा सकता है --शरतचंद्र
कठिनाइयों को जीतने वासनाओं का दमन करने और दुखों को सहन करने से चरित्र उच्च सुदृढ़ और निर्मल होता है --अज्ञात
चापलूसी --जब निष्कपट व्यवहार को दरवाजे से बाहर धकेल दिया जाता है तो चापलूसी बैठक में आ बैठती है --अंग्रेजी कहावत
चापलूस आपको हानि पहुंचा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहता हूँ --हरिऔध
चापलूसी तीन घोर घृणित दुर्गुणों से बानी है --असत्य,दासत्व ,और विश्वासघात --अज्ञात
चापलूस उन बिल्लियों की तरह है जो सामने से चाटती हैं और पीछे से खसोटती हैं --जर्मन कहावत
चापलूस इसलिए आपकी चापलूसी करता है क्योंकि वह आपको अयोग्य समझता है लेकिन आप उसके मुंह से अपनी प्रशंसा सुन कर फुले नहीं समाते --टॉलस्टॉय
रहीमन जो रहिबो चहै ,कहे वही के दांव ,
जो वासर को निसि कहै तो कचपची दिखाव
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