अवसर--अवसर तुम्हारा दरवाज़ा एक ही बार खटखटाता है-कहावत
मनुष्य के लिए जीवन में सफलता का रहस्य हर आने वाले अवसर के लिए तैयार रहना है --डिजरायली
मौके पर दुश्मन को ना लगाया हुआ थप्पड़ अब अपने मुंह पर लगा---फ़ारसी कहावत
अहिंसा--उस जीवन को नष्ट करने का हमें कोई अधिकार नहीं जिसे बनाने की शक्ति हममे नहीं है --गाँधी
अपने शत्रु से प्रेम करो जो तुम्हे सताए उसके लिए प्रार्थना करो---ईसा
जब कोई व्यक्ति अहिंसा की कसौटी पर पूरा उतर जाता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं ही उसके पास आकर बैरभाव भूल जाते हैं ---पतंजलि
मैं बगुले को तीर का निशाना बनाने के बजाय उसे उड़ते देखना चाहता हूँ किसी बुलबुल को खा जाने के बजाय उसे गाते सुनना चाहता हूँ --रस्किन
हिंसा के मुकाबले में लाचारी का भाव आना अहिंसा नहीं है कायरता है। अहिंसा को कायरता के साथ नहीं मिलाना चाहिए --गांधी
दयाभाव+ममता+निर्भयता+अहिंसा ----विनोबा
आंसू--स्त्री तूने अपने आंसुओं से संसार के हृदय को ऐसे घेर रखा है जैसे समुद्र ने पृथ्वी को घेरा है --टैगोर
आंसुओं से छलछलाता प्रेम अत्यंत लुभावना होता है----वाल्टर स्कॉट
नारी के आंसूं अपनी एक एक बूँद में एक एक बाढ़ लिए रहते हैं --जयशंकर प्रसाद
मेरी प्रबल कामना है मैं हर आँख का हर आंसूं पोंछ दूँ --गाँधी
सात सागरों के जल की अपेक्षा मानव के नेत्रों से अधिक आसूं बाह चुके हैं
आचरण --जैसा देश वैसा भेष--कहावत
माता पिता गुरु स्वामी भ्राता पुत्र और मित्र का कभी मन से क्षण भर के लिए विरोध या अपकार नहीं करना चाहिए --शुक्रनीति
मनुष्य जिस समय पशु तुल्य आचरण करता हैं उस समय वह पशुओं से भी नीचे गिर जाता है --टैगोर
शास्त्र पढ़ कर भी लोग मूर्ख होते हैं किन्तु जो उसके अनुसार आचरण करता है वस्तुतः वही विद्वान है रोगियों के लिए भली भाँति सोचकर निश्चित की गई नाम उच्चारण करने मात्र से किसी को निरोग नहीं कर सकती---हितोपदेश
मनुष्य के लिए जीवन में सफलता का रहस्य हर आने वाले अवसर के लिए तैयार रहना है --डिजरायली
मौके पर दुश्मन को ना लगाया हुआ थप्पड़ अब अपने मुंह पर लगा---फ़ारसी कहावत
अहिंसा--उस जीवन को नष्ट करने का हमें कोई अधिकार नहीं जिसे बनाने की शक्ति हममे नहीं है --गाँधी
अपने शत्रु से प्रेम करो जो तुम्हे सताए उसके लिए प्रार्थना करो---ईसा
जब कोई व्यक्ति अहिंसा की कसौटी पर पूरा उतर जाता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं ही उसके पास आकर बैरभाव भूल जाते हैं ---पतंजलि
मैं बगुले को तीर का निशाना बनाने के बजाय उसे उड़ते देखना चाहता हूँ किसी बुलबुल को खा जाने के बजाय उसे गाते सुनना चाहता हूँ --रस्किन
हिंसा के मुकाबले में लाचारी का भाव आना अहिंसा नहीं है कायरता है। अहिंसा को कायरता के साथ नहीं मिलाना चाहिए --गांधी
दयाभाव+ममता+निर्भयता+अहिंसा ----विनोबा
आंसू--स्त्री तूने अपने आंसुओं से संसार के हृदय को ऐसे घेर रखा है जैसे समुद्र ने पृथ्वी को घेरा है --टैगोर
आंसुओं से छलछलाता प्रेम अत्यंत लुभावना होता है----वाल्टर स्कॉट
नारी के आंसूं अपनी एक एक बूँद में एक एक बाढ़ लिए रहते हैं --जयशंकर प्रसाद
मेरी प्रबल कामना है मैं हर आँख का हर आंसूं पोंछ दूँ --गाँधी
सात सागरों के जल की अपेक्षा मानव के नेत्रों से अधिक आसूं बाह चुके हैं
आचरण --जैसा देश वैसा भेष--कहावत
माता पिता गुरु स्वामी भ्राता पुत्र और मित्र का कभी मन से क्षण भर के लिए विरोध या अपकार नहीं करना चाहिए --शुक्रनीति
मनुष्य जिस समय पशु तुल्य आचरण करता हैं उस समय वह पशुओं से भी नीचे गिर जाता है --टैगोर
शास्त्र पढ़ कर भी लोग मूर्ख होते हैं किन्तु जो उसके अनुसार आचरण करता है वस्तुतः वही विद्वान है रोगियों के लिए भली भाँति सोचकर निश्चित की गई नाम उच्चारण करने मात्र से किसी को निरोग नहीं कर सकती---हितोपदेश
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