आत्म विश्वास --आत्मविश्वास सफलता का मुख्य रहस्य है --एमर्सन
यह आत्मविश्वास रखो कि तुम पृथ्वी के सबसे आवश्यक मनुष्य हो --गोर्की
जिसमे आत्मविश्वास नहीं उनमे अन्य जीवों के प्रति विश्वास कैसे उत्पन्न हो सकता है ---विवेकानंद
आत्मविश्वास आत्मज्ञान और आत्मसंयम केवल यही तीन जीवन को परम शक्ति संपन्न बना देता है --टेनीसन
मुझे करना है इसलिए मैं कर सकता हूँ --कैंट
आत्मा --आत्मा को न शस्त्र काट सकता है न आग जला सकती है न जल भिगो सकता है और न हवा सूखा सकती है --गीता
क्या तुम नहीं जानते की तुम ही ईश्वर का मंदिर हो और ईश्वर की आत्मा तुममे रहती है --इंजील
अगरमेरे पास दो रोटियां हैं तो मैं एक के फूल खरीदूंगा ताकि रूह को ग़िज़ा मिल सके --हज़रत मोहम्मद
सबकी आत्मा एक जैसी है। सबकी आत्मा की शक्ति एक सामान है। मात्र कुछ की शक्ति प्रकट हो गई है दूसरों की प्रकट होना बाकी है --गाँधी
आत्मा ही अपना स्वर्ग नर्क है --उमर खैयाम
आत्मा एक चेतन तत्व है जो अपने रहने के लिए उपयुक्त शरीर का आश्रय लेता है और एक शरीर से दूसरे शरीर में जाता है भौतिक शरीर आत्मा को धारण करने के लिए विवश होता है --गेटे
अहम की मृत्यु द्वारा आत्मा का वर्जन करते करते अपने रूपातीत स्वरुप को प्रकाशित करता है ---टैगोर
आनंद--आनंद वह ख़ुशी है जिसके भोगने पर पछताना नहीं पड़ता --सुकरात
केवल आत्मज्ञान ही हृदय को सच्चा आनंद प्रदान करता है --रामतीर्थ
क्षण भर भी काम के बिना रहना ईश्वर की चोरी समझो मैं कोई दूसरा रास्ता भीतरी या बाहरी नहीं जानता --गाँधी
हम स्वयं आनंद की अनुभूति लेने के बजाय दूसरों को यह विश्वास दिलाने के लिए अधिक प्रयास करते हैं किहम आनंद में हैं --कन्फूशियस
जो वस्तु आनंद प्रदान नहीं कर सकती वह सुन्दर नहीं हो सकती और जो सुन्दर नहीं हो सकती वह सत्य भी नहीं हो सकती जहाँ आनंद है वहीँ सत्य है --प्रेमचंद
उन सभी लोगों को जो आनंद चाहते हैं आनंद बांटना चाहिए इसी आनंद का भाग कर देने से दो वस्तुएं प्राप्त होतीं हैं एक ज्ञान और दूसरा प्रेम --टैगोर
यह आत्मविश्वास रखो कि तुम पृथ्वी के सबसे आवश्यक मनुष्य हो --गोर्की
जिसमे आत्मविश्वास नहीं उनमे अन्य जीवों के प्रति विश्वास कैसे उत्पन्न हो सकता है ---विवेकानंद
आत्मविश्वास आत्मज्ञान और आत्मसंयम केवल यही तीन जीवन को परम शक्ति संपन्न बना देता है --टेनीसन
मुझे करना है इसलिए मैं कर सकता हूँ --कैंट
आत्मा --आत्मा को न शस्त्र काट सकता है न आग जला सकती है न जल भिगो सकता है और न हवा सूखा सकती है --गीता
क्या तुम नहीं जानते की तुम ही ईश्वर का मंदिर हो और ईश्वर की आत्मा तुममे रहती है --इंजील
अगरमेरे पास दो रोटियां हैं तो मैं एक के फूल खरीदूंगा ताकि रूह को ग़िज़ा मिल सके --हज़रत मोहम्मद
सबकी आत्मा एक जैसी है। सबकी आत्मा की शक्ति एक सामान है। मात्र कुछ की शक्ति प्रकट हो गई है दूसरों की प्रकट होना बाकी है --गाँधी
आत्मा ही अपना स्वर्ग नर्क है --उमर खैयाम
आत्मा एक चेतन तत्व है जो अपने रहने के लिए उपयुक्त शरीर का आश्रय लेता है और एक शरीर से दूसरे शरीर में जाता है भौतिक शरीर आत्मा को धारण करने के लिए विवश होता है --गेटे
अहम की मृत्यु द्वारा आत्मा का वर्जन करते करते अपने रूपातीत स्वरुप को प्रकाशित करता है ---टैगोर
आनंद--आनंद वह ख़ुशी है जिसके भोगने पर पछताना नहीं पड़ता --सुकरात
केवल आत्मज्ञान ही हृदय को सच्चा आनंद प्रदान करता है --रामतीर्थ
क्षण भर भी काम के बिना रहना ईश्वर की चोरी समझो मैं कोई दूसरा रास्ता भीतरी या बाहरी नहीं जानता --गाँधी
हम स्वयं आनंद की अनुभूति लेने के बजाय दूसरों को यह विश्वास दिलाने के लिए अधिक प्रयास करते हैं किहम आनंद में हैं --कन्फूशियस
जो वस्तु आनंद प्रदान नहीं कर सकती वह सुन्दर नहीं हो सकती और जो सुन्दर नहीं हो सकती वह सत्य भी नहीं हो सकती जहाँ आनंद है वहीँ सत्य है --प्रेमचंद
उन सभी लोगों को जो आनंद चाहते हैं आनंद बांटना चाहिए इसी आनंद का भाग कर देने से दो वस्तुएं प्राप्त होतीं हैं एक ज्ञान और दूसरा प्रेम --टैगोर
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