कांग्रेस का खुल्ला चिटठा ---
आजादी मिलते ही देश को बना दिया HOT CAKE
" बहुत मज़ा आया"बड़ा टुकड़ा खाया, थोड़ा खिड़की के बाहर दिया फेंक
खिड़की के बाहर बरसों से खड़े हैं उनके कड़छे,चमचे
बाहर उछले इन्ही टुकड़ों में खाते रहे देश रूपी CAKE
ऊपर से नीचे सभी मंत्रालयों में, दफ्तरों में ,बैंकों में ,खेल विभाग में,
यहाँ तक की न्यायालय के मंदिर में बैठे थे और निरंतर बिठाये जा रहे थे,
ऐसे ही भ्रष्ट लालची लोलुप,सिद्धांत और मूल्य विहीन चाटुकार अनेक
गरीब जनता को हमेशा से समझते रहे मूर्ख बेवकूफ अक्ल से अंधी
जब चुनाव आये तो वोट लेने के लिए चंद सुविधाओं के टुकड़े दिए फेंक
इतने बरसों में देश की पोर पोर में ,नस नस ने बहने लगा भ्रष्टाचार का ज़हर
उजागर हुए अगणित घोटाले लेकिन सिरे तक पहुंचा नहीं एक
कोई माल्या कोई नीरव मोदी लेते रहे हज़ारों करोड़ के लोन के चेक
आम आदमी के खून पसीने की कमाई का एक मात्र सुरक्षित स्थान थे बैंक
लेकिन उनमे भी पकती रहीं साज़िशें, अर्थ व्यवस्था को लगाते रहे पलीता
मोदी जी की ओर टकटकी लगाए सारा देश रहा है देख
जानते हैं बहुत कठिन है भ्रष्टाचार के इस कालिया नाग को मारना,यज्ञ है "अश्व मेध "
लेकिन सम्पूर्ण विश्वास के साथ , स्वयं को ,सत्ता को, सौंपा है देश
खल का विनाश और देश का विकास ,इस विशाल देश में कई कई मोर्चों पर
करना है परिश्रम स्थापित करने हैं नए आयाम,फिर से विश्व गुरु कहलाये मेरा देश !!
आजादी मिलते ही देश को बना दिया HOT CAKE
" बहुत मज़ा आया"बड़ा टुकड़ा खाया, थोड़ा खिड़की के बाहर दिया फेंक
खिड़की के बाहर बरसों से खड़े हैं उनके कड़छे,चमचे
बाहर उछले इन्ही टुकड़ों में खाते रहे देश रूपी CAKE
ऊपर से नीचे सभी मंत्रालयों में, दफ्तरों में ,बैंकों में ,खेल विभाग में,
यहाँ तक की न्यायालय के मंदिर में बैठे थे और निरंतर बिठाये जा रहे थे,
ऐसे ही भ्रष्ट लालची लोलुप,सिद्धांत और मूल्य विहीन चाटुकार अनेक
गरीब जनता को हमेशा से समझते रहे मूर्ख बेवकूफ अक्ल से अंधी
जब चुनाव आये तो वोट लेने के लिए चंद सुविधाओं के टुकड़े दिए फेंक
इतने बरसों में देश की पोर पोर में ,नस नस ने बहने लगा भ्रष्टाचार का ज़हर
उजागर हुए अगणित घोटाले लेकिन सिरे तक पहुंचा नहीं एक
कोई माल्या कोई नीरव मोदी लेते रहे हज़ारों करोड़ के लोन के चेक
आम आदमी के खून पसीने की कमाई का एक मात्र सुरक्षित स्थान थे बैंक
लेकिन उनमे भी पकती रहीं साज़िशें, अर्थ व्यवस्था को लगाते रहे पलीता
मोदी जी की ओर टकटकी लगाए सारा देश रहा है देख
जानते हैं बहुत कठिन है भ्रष्टाचार के इस कालिया नाग को मारना,यज्ञ है "अश्व मेध "
लेकिन सम्पूर्ण विश्वास के साथ , स्वयं को ,सत्ता को, सौंपा है देश
खल का विनाश और देश का विकास ,इस विशाल देश में कई कई मोर्चों पर
करना है परिश्रम स्थापित करने हैं नए आयाम,फिर से विश्व गुरु कहलाये मेरा देश !!
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