बंद कर दो मोदी को कोसना ,
के इसी ने डूबा दिया है तुम्हारा सफीना
तुमने क्यों अभी तक ना जाना
कि देश देना चाहता है ,मोदी को कुछ समय
क्योंकि दो माह से कम समय में उन्होंने कर दिखाया है जो कुछ
राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर
वो कल्पनातीत है ,
देश के 67 वर्षों के इतिहास में
कोई प्रधानमंत्री जुटा पाया था ना जो सम्मान
देश को विश्व के नक़्शे पर
दर्शा पाया था ना देश का सम्मानित रूप
वो मोदी ने कर दिखाया है
और हर भारतीय ने स्वयं कोअनुभव किया है
गर्व से उन्नत
मोदी ,कल भी थेअंतराष्ट्रीयस्तर के व्यक्ति
आज उनका सम्मानित कद है इतना ऊंचा
कि इंग्लैंड अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष भी
थकते नहीं ,करते प्रशंसा
देश ने कभी नहीं देखा था मोदी जैसा
कर्मठ ,कर्मवीर ,पारदर्शी प्रधानमंत्री
उनके व्यक्तित्व ने जनता को आश्वस्त किया है
67 वर्षों से चलीआ रहीअविश्वसनीयता
भ्रष्टाचारी सरकार की दी हुयी यातनाओं को भूली न थी जनता
इसीलिये जनता ने ध्वस्त कर दिए सारे
ऐरे गेरे नत्थू खेरे
गर चाहते हो बनाए रखना अपना वजूद
तो बंद करो नकारात्मक खेल
दिखाओ करके कुछ सकारात्मक समाजकार्य
भूल जाओ सत्ता का मोह
शायद तब कभी ,किसी दिन ,
फिर से सोचेगी तुम्हारे बारे में जनता
वरना अगली पीढ़ी की माताएं
सुनाएगी अपने बच्चों को कहानी
एक था केजरीवाल !
के इसी ने डूबा दिया है तुम्हारा सफीना
तुमने क्यों अभी तक ना जाना
कि देश देना चाहता है ,मोदी को कुछ समय
क्योंकि दो माह से कम समय में उन्होंने कर दिखाया है जो कुछ
राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर
वो कल्पनातीत है ,
देश के 67 वर्षों के इतिहास में
कोई प्रधानमंत्री जुटा पाया था ना जो सम्मान
देश को विश्व के नक़्शे पर
दर्शा पाया था ना देश का सम्मानित रूप
वो मोदी ने कर दिखाया है
और हर भारतीय ने स्वयं कोअनुभव किया है
गर्व से उन्नत
मोदी ,कल भी थेअंतराष्ट्रीयस्तर के व्यक्ति
आज उनका सम्मानित कद है इतना ऊंचा
कि इंग्लैंड अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष भी
थकते नहीं ,करते प्रशंसा
देश ने कभी नहीं देखा था मोदी जैसा
कर्मठ ,कर्मवीर ,पारदर्शी प्रधानमंत्री
उनके व्यक्तित्व ने जनता को आश्वस्त किया है
67 वर्षों से चलीआ रहीअविश्वसनीयता
भ्रष्टाचारी सरकार की दी हुयी यातनाओं को भूली न थी जनता
इसीलिये जनता ने ध्वस्त कर दिए सारे
ऐरे गेरे नत्थू खेरे
गर चाहते हो बनाए रखना अपना वजूद
तो बंद करो नकारात्मक खेल
दिखाओ करके कुछ सकारात्मक समाजकार्य
भूल जाओ सत्ता का मोह
शायद तब कभी ,किसी दिन ,
फिर से सोचेगी तुम्हारे बारे में जनता
वरना अगली पीढ़ी की माताएं
सुनाएगी अपने बच्चों को कहानी
एक था केजरीवाल !
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