मेरे बारे में---Nirupama Sinha { M,A.{Psychology}B.Ed.,Very fond of writing and sharing my thoughts

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रविवार, 23 फ़रवरी 2020

Dharavahik Upanyas--Anhoni---{29}

पर्दा गिरते ही प्रोफेसर दिनेश प्रधान की आवाज़ गूँज उठी। शिवम् राठी का सोलो सॉन्ग अगला कार्यक्रम था।  शिवम् अपने मधुर कंठ के लिए चर्चित था।  उसने पुरानी हिंदी फिल्म का एक सुरीला सा गीत ,भरपूर शास्त्रीय गीत हॉर्मोनियम और तबले की संगत में  ,लागा चुनरी में दाग गाया। सभी दर्शक मानो उसका लोहा मान गए ,उसके निष्णात गायक होने का सबूत था कि तालियां देर तक बजती रहीं।प्रोफेसर दिनेश प्रधान की आवाज़ गूंजी। सम्पूर्ण कार्यक्रम का अंतिम भाग व सम्राट अशोक का नाटक का भी अंतिम भाग प्रेषित है। साथ ही उन्होंने उद्घोषणा की कि कार्यक्रम समापन के पश्चात् सभी मुख्य अतिथि गण प्रीती  भोज हेतु सादर आमंत्रित हैं। 
पर्दा उठा ,सम्राट अशोक अपने काउच पर एवं तिष्यरक्षिता भी उनके निकट दूसरे काउच पर बैठी थी। नैपथ्य से पहले ही घोषित किया गया था कुछ वर्षों बाद -- अचानक बाहर से एक दर्द भरे गीत की आवाज़ सुनाई दी {इसे शिवम् राठी ने गया था } सहसा सम्राट अशोक बोल उठते हैं "कुणाल ---कुणाल !! यह तो मेरे कुणाल की आवाज़ है --सिपाही ! सिपाही !! 
तिष्यरक्षिता बोल उठती है "यह कुणाल की आवाज़ नहीं है ,इतने वर्षों बाद वह जाने कहाँ पलायन कर गया था " तब तक सिपाही अंदर प्रवेश कर चुका था। 
जी महाराज ! "जाओ बाहर से उस गायक को यहाँ बुला लाओ "
जी महाराज ! बोलते हुए वह बाहर भागा और दो मिनट में ,कुणाल और कंचनमाला के साथ लौट आया ,कंचनमाला के हाथ में एकतारा था। 
सम्राट अशोक ने जब कुणाल को देखा तो वे उठ खड़े हुए उसे गले से लगा लिया। उसे नेत्रहीन देख कर पूछा "यह कैसे हुआ पुत्र ? कुणाल के कुछ बोलने से पहले कंचन माला राजा की मोहर लगा वह आदेश निकाल कर महाराज के हाथ में सौप देती है। 
सम्राट अशोक जैसे ही उसे पढ़ते हैं उन्हें समझ में आ जाता है कि यह सब तिष्यरक्षिता का किया हुआ है ,उनकी आँखों से क्रोध की चिंगारियां निकलने लगती है ,सैनिकों ! वे दहाड़ते हैं ,दो सैनिक तत्काल आ जाते हैं ,इस नागिन को ले जाकर तहखाने की अँधेरी कोठरी में डाल दो। 
दोनों ठिठक जाते हैं ,तब तक कुणाल पिता के चरण पकड़ लेते हैं ,"नहीं पिताश्री ! वे मेरी माता हैं उन्हें क्षमा कर दीजिये। "तिष्यरक्षिता लज्जा से मानो धरती में गड़ी  जा रही थी "
सम्राट अशोक कहते हैं "दूर हो जाओ ,मेरी दृष्टि से "
पर्दा गिरता है। सभी दर्शक अभिभूत से तालियां बजाते हैं और उठ कर प्रस्थान करते हैं। वॉलेंटियर्स ससम्मान महाविद्यालय के पृष्ठ भाग की ओर प्रीतिभोज हेतु मुख्य अतिथियों को ले जा रहे हैं। --क्रमशः --

1 टिप्पणी:

  1. Did you know there is a 12 word sentence you can communicate to your crush... that will trigger deep emotions of love and instinctual attraction to you deep inside his heart?

    Because hidden in these 12 words is a "secret signal" that triggers a man's instinct to love, cherish and protect you with his entire heart...

    ====> 12 Words That Fuel A Man's Desire Instinct

    This instinct is so built-in to a man's mind that it will make him try better than before to take care of you.

    Matter of fact, fueling this mighty instinct is so binding to getting the best ever relationship with your man that the second you send your man one of these "Secret Signals"...

    ...You'll soon notice him expose his mind and heart for you in a way he haven't experienced before and he will recognize you as the only woman in the world who has ever truly attracted him.

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