जो बातें कहने योग्य भी नहीं आजकल लोग उसके गीत गाने लगे हैं
आत्मान्वेषण —-
जाने कितनी बार हम जन्मे और मर गए
काम जो करना था नहीं किया और बहुत कुछ कर गए
जाने कितनी बार हम जन्मे और मर गए
काम जो करना था नहीं किया और बहुत कुछ कर गए
जिससे डर लगता है उससे कोई प्यार नहीं कर सकता —–अरस्तु
निराशा भी उतना ही छलती है जितनी आशा —चेस्टरफील्ड
कर्तव्य पुकारे तुम्हे करना चाहिए और व्यक्ति उत्तर दे मैं करूंगा तो वह ईश्वर के और समीप आ जाता है
अपनी भूल दूसरे के आचरण में खाले तो हम बदलें —बुवेसां
हम दूसरों को ईश्वर के भरोसे छोड़ देते हैं उन पर हमें स्वयं दया नहीं आती —जॉर्ज इलियट
भूल करने की स्वतंत्रता n ho तो स्वतंत्रता किस काम की। —बापू
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