तसव्वुर——————-
चांद रोशन है तेरी रोशनी से,
शबनम की बूंदों में भी तेरा ही गुमां होता है,
धुली धुली सी सहर में भी,
तेरा खयाल वाबस्ता होता है,
शाम तलक तेरा ही तसव्वुर होता है,
तू है मेरा ही एक हिस्सा,
तू ही हरदम दिल में धड़कता है,
तेरी ख़ुशी,खुशहाली तेरी,
सिवा इसके कुछ भी,
मेरी दुआओं में नहीं होता है!
शब्द अर्थ—तसव्वुर–कल्पना,सहर–सुबह,वाबस्ता–जुडा हुआ
तस्वीर——————-
जिंदगी बदल जाती है इंसान की,
या वक़्त बदल जाता है,
बदल जाते हैं उसके हालात,
या वजूद ही बदल जाता है उसका,
उम्र ढल जाती है उसकी,
या वही ढलने लगता है उम्र के साथ,
नज़रें बदल जातीं हैं सबकी,
या नज़र उसकी ही कमज़ोर हो जाती है
लोगों का नज़रिया बदल जाता है,
या वो खुद ही नज़रिया बदल देता है,
लेकिन यह सच है कि ,
तस्वीर बदलती रहती है,
वक़्त के गुजरने के बाद!
शब्द अर्थ—नज़रिया–दृष्टिकोण ,वजूद–व्यक्तित्व
चांद रोशन है तेरी रोशनी से,
शबनम की बूंदों में भी तेरा ही गुमां होता है,
धुली धुली सी सहर में भी,
तेरा खयाल वाबस्ता होता है,
शाम तलक तेरा ही तसव्वुर होता है,
तू है मेरा ही एक हिस्सा,
तू ही हरदम दिल में धड़कता है,
तेरी ख़ुशी,खुशहाली तेरी,
सिवा इसके कुछ भी,
मेरी दुआओं में नहीं होता है!
शब्द अर्थ—तसव्वुर–कल्पना,सहर–सुबह,वाबस्ता–जुडा हुआ
तस्वीर——————-
जिंदगी बदल जाती है इंसान की,
या वक़्त बदल जाता है,
बदल जाते हैं उसके हालात,
या वजूद ही बदल जाता है उसका,
उम्र ढल जाती है उसकी,
या वही ढलने लगता है उम्र के साथ,
नज़रें बदल जातीं हैं सबकी,
या नज़र उसकी ही कमज़ोर हो जाती है
लोगों का नज़रिया बदल जाता है,
या वो खुद ही नज़रिया बदल देता है,
लेकिन यह सच है कि ,
तस्वीर बदलती रहती है,
वक़्त के गुजरने के बाद!
शब्द अर्थ—नज़रिया–दृष्टिकोण ,वजूद–व्यक्तित्व
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